21 सितंबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रहे हैं और आने वाले नौ दिनों तक मां दुर्गा की 9 शक्ति की पूजा- आराधना की जाएगी। 21 सितंबर से शुरू हो रहे नवरात्रि के इस पर्व का आखिरी उपवास 29 सितंबर को यानी नवमी के दिन होगा। नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा को घटस्थापना करने की परंपरा है। इस बार घटस्थापना और पूजा के लिए दो मुहूर्त है एक सुबह का और दूसरा दोपहर, लेकिन इनमें से अभिजीत मुहूर्त को काफी शुभ माना गया है। माना जाता है कि प्रतिपदा वाले दिन कलश स्थापना करने के साथ ही नवरात्रि का पर्व शुरू हो जाता है। प्रतिपदा वाले दिन यानी 21 सितंबर को सुबह का समय कलश स्थापना के लिए शुभ माना गया है। सुबह 6 बजकर 12 मिनट से 08 बजकर 9 मिनट तक घट की स्थापना की जा सकती है। घट स्थापना का मुहूर्त कुल 1 घंटे 56 मिनट का रहेगा, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अभिजीत मुहूर्त को सबसे शुभ मुहूर्त माना गया है और इस बार ये मुहूर्त सिर्फ 48 मिनट का ही है। प्रत्येक दिन का 15 में से 8वां मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त कहलाता है। प्रतिपदा वाले दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक है। माना जाता है कि इस मुहूर्त में पूजन कर देवी से जो कुछ भी मांगो, वो पूरी होती है। कलश स्थापना के लिए मिट्टी का पात्र, जौ, मिट्टी, जल से भरा हुआ कलश, इलायची, सिंदूर, कपूर, रोली, सिक्के, साबुत चावल, साबुत सुपारी, लौंग अशोक या आम के पांच पत्ते, मौली नारियल, चुनरी, फल-फूल, फूलों की माला और श्रृंगार की चीजे आदि चीजों की जरूरत होती है।
नवरात्रि 2017: 48 मिनट का होगा सबसे शुभ अभिजीत मुहूर्त, इस समय करें घटस्थापना और पूजा - YouTube | |
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People & Blogs | Upload TimePublished on 20 Sep 2017 |
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